पटना, बिहार – बिहार सरकार ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य के विभिन्न जिलों के सरकारी स्कूलों में अब स्मार्ट क्लासरूम की शुरुआत की जा रही है। इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के छात्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाना और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। और अधिक जानकारी के लिए कृपया विजिट करें Bihar News in Hindi
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पहले चरण में 1,000 स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम की स्थापना की जाएगी। इन कक्षाओं में स्मार्ट बोर्ड, हाई-स्पीड इंटरनेट, टैबलेट, और अन्य डिजिटल संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे।
शिक्षा के क्षेत्र में नया मोड़
राज्य सरकार का मानना है कि डिजिटल शिक्षा से छात्रों की समझने की क्षमता बढ़ेगी और वे राष्ट्रीय स्तर की प्रतिस्पर्धाओं के लिए बेहतर तरीके से तैयार हो सकेंगे। इसके साथ ही, शिक्षकों को भी आधुनिक तकनीक के माध्यम से पढ़ाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेगा लाभ
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए यह योजना विशेष रूप से कारगर मानी जा रही है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जिन स्कूलों में यह सुविधा शुरू की गई है, वहां छात्र-छात्राओं की उपस्थिति में पहले ही वृद्धि देखी गई है।
राज्य सरकार की प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल भवन निर्माण नहीं है, बल्कि ज्ञान का निर्माण है। तकनीक को शिक्षा से जोड़कर हम अपने बच्चों को बेहतर भविष्य देना चाहते हैं।” और अधिक जानकारी के लिए कृपया विजिट करें Himachal News Today
समाप्ति में
बिहार में शिक्षा क्षेत्र में यह परिवर्तनकारी पहल एक सकारात्मक संकेत है। यदि इसे सुचारू रूप से लागू किया गया, तो यह न केवल राज्य के शिक्षा स्तर को ऊंचा उठाएगा, बल्कि लाखों बच्चों के जीवन को भी बेहतर बनाएगा।
